नई दिल्ली। आज मंगलवार से बजट सत्र की शुरूआत हो रही है। बजट सत्र की शुरूआत दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी। सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति सेंट्रल हॉल में संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगी। उसके बाद आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा। आपको बता दें 2023-2024 का पेश होने वाला बजट मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट होगा। मिली जानकारी के मुताबिक सत्र के पहले हिस्से में 13 फरवरी तक संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण और आम बजट पर चर्चा होगी। पहले हिस्से में संसद के दोनों सदनों में कोई विधेयक पेश या पारित नहीं किया जाएगा। जबकि दूसरा सत्र 13 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा। जिसमें विधायी कार्य निपटाए जाएंगे। सत्र के दूसरे हिस्से में ही वित्त मंत्री बजट पर होने वाली चर्चा का जवाब देंगी। बजट सत्र में कुल 27 बैठकें होंगी, वहीं सरकार की योजना है कि बजट सत्र में चार बिलों समेत करीब 36 बिल पेश करने की है।
शीतकालीन सत्र की तरह ही बजट सत्र में ही हंगामे होने के आसार है, एक तरफ सरकार की इच्छा रहेगी कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और वित्त बिल समेत अन्य बिलों को पारित किया जाए। जबकि विपक्ष कई अहम मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
आपको बता दें इससे पहले सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाई , जिससे बजट सत्र को सुचारू रूप से चलाया जा सकें। बैठक में कांग्रेस, बसपा और सपा की ओर से कोई उपस्थित नहीं हुआ। खबरों के मुताबिक नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला ने बैठक में कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा का सवाल उठाया। जबकि भारत राष्ट्र समिति ने तेलंगाना के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण की बहिष्कार करने की घोषणा की।
बजट को इसलिए काफी अहम माना जा रहा है कि इस साल ही जम्मू कश्मीर समेत दस राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है ,और अगले साल यानि 2024 में ही आम चुनाव होने है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी बजट पर सबकी नजर टिकी हुई है। आगामी चुनावी मौसम को देखते हुए देश की जनता को इस बजट से राहत की काफी उम्मीद है।
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