नई दिल्ली। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल खपत और आयात करने वाला देश है। यह अपनी तेल की जरूरतों का 85 फीसदी आयात करता है। भारत में पेट्रोल की कीमतें पाकिस्तान और चीन के मुकाबले ज्यादा हैं। यहां तक बांग्लादेश में भी भारत की तुलना में सस्ता पेट्रोल बिकता है। हालांकि, पड़ोसी देश नेपाल और श्रीलंका में एक लीटर पेट्रोल का दाम भारत से ज्यादा है। सबसे बड़ी हैरानी होगी आपको वेनेजुएला में पेट्रोल कीमतें जानकर। इस देश में पेट्रोल का दाम करीब 2 रुपये लीटर है। अलग-अलग देशों में पेट्रोल की कीमतें अलग-अलग होने के कई कारण हैं। भारत के मुकाबले हमारे पड़ोसी देशों में एक लीटर पेट्रोल की कीमती कितनी है? तमाम देशों में पेट्रोल की कीमतें अलग-अलग होने की क्या वजह है? आइए, यहां जानते हैं।
भारत में एक लीटर पेट्रोल की कीमत अभी करीब 104 रुपये के आसपास है। टैक्स के कारण अलग-अलग राज्यों में कीमत में थोड़ा-बहुत अंतर होता है। वहीं, पाकिस्तान और चीन से तुलना करने पर पता चलता है कि इन दोनों ही देशों में पेट्रोल भारत से सस्ता है। जहां पाकिस्तान में पेट्रोल करीब 84 रुपये लीटर है तो चीन में दाम 98 रुपये लीटर के आसपास हैं।
कहां कितना पेट्रोल का दाम?
भारत : 104 रूपए प्रति लीटर
पाकिस्तान : 84.77 रूपए प्रति लीटर
नेपाल : 109.7 रूपए प्रति लीटर
चीन : 98.13 रूपए प्रति लीटर
बांग्लादेश : 93.71 रूपए प्रति लीटर
हांगकांग : 250.85 रूपए प्रति लीटर
वेनेजुएला : 1.8 रूपए प्रति लीटर
पेट्रोल की कीमतें अलग-अलग होने की वजह क्या?
1. कच्चे तेल की कीमत
यह सबसे महत्वपूर्ण कारक है। कच्चा तेल पेट्रोल का मुख्य घटक है। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में तय होती है। जिन देशों को कच्चा तेल आयात करना पड़ता है, वे ऊंची कीमत चुकाते हैं। इसके कारण पेट्रोल की कीमतें भी ज्यादा होती हैं। तेल उत्पादक देशों में जहां कच्चा तेल घरेलू स्रोतों से प्राप्त होता है, पेट्रोल की कीमतें कम होती हैं।
2. टैक्स और ड्यूटी
सरकारें पेट्रोल पर कर और शुल्क लगाती हैं। ये कीमतों को बढ़ाते हैं। टैक्स की दर देशों में अलग-अलग होती है। कुछ देशों में बहुत अधिक कर लगाए जाते हैं, जिससे पेट्रोल कीमतें ऊंची होती हैं।
3. मुद्रा विनिमय दर
जिन देशों की मुद्रा कमजोर होती है, उन्हें कच्चे तेल के लिए अधिक भुगतान करना पड़ता है। इससे पेट्रोल की कीमतें बढ़ जाती हैं।
4. बुनियादी ढांचा और वितरण लागत
पेट्रोल रिफाइनरी और वितरण नेटवर्क की लागत भी कीमतों को प्रभावित करती है। जिन देशों में बुनियादी ढांचा कम विकसित होता है, वहां वितरण लागत अधिक होती है। इससे पेट्रोल महंगा होता है।
5. सरकारी सब्सिडी
कुछ देश पेट्रोल पर सब्सिडी देते हैं, जिससे कीमतें कम हो जाती हैं। हालांकि, कई देशों ने बजट घाटे को कम करने के लिए सब्सिडी कम कर दी है या पूरी तरह से खत्म कर दी है, जिससे कीमतें बढ़ गई हैं।
वेनेजुएला में पेट्रोल कीमतें दुनिया में सबसे कम क्यों?
वेनेजुएला में पेट्रोल की कीमतें दुनिया में सबसे कम हैं। कई अन्य देशों की तुलना में प्रति लीटर पेट्रोल कीमत कुछ सेंट हैं। इसके कई कारण हैं। इनमें राजनीतिक और आर्थिक कारक शामिल हैं। वेनेजुएला तेल भंडार के मामले में दुनिया का सबसे अमीर देश है। सरकार पेट्रोल की कीमतों को नियंत्रित करती है। उन्हें बहुत कम स्तर पर रखा जाता है। यह राजनीतिक स्थिरता और सामाजिक शांति बनाए रखने के लिए किया जाता है। सरकार पेट्रोल उत्पादन पर भारी सब्सिडी देती है। इससे उत्पादन लागत कम हो जाती है और कीमतें कम रहती हैं। वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ वर्षों में संकट में रही है। इसके कारण पेट्रोल की मांग कम हुई है। कम मांग से कीमतें कम होती हैं।
Comments
Add Comment