बसपा चीफ मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया है। साथ ही उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी भी ले ली है। परिपक्वता का हवाला देते हुए उन्होंने ये कदम उठाया है। मायावती ने कहा है कि परिपक्वता आने तक नेशनल कोऑर्डिनेटर पद और उत्तराधिकारी की अहम जिम्मेदारी से अलग किया जा रहा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए पोस्ट में मायावती ने कहा है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ। भीमराव अंबेडकर के आत्म-सम्मान, स्वाभिमान और सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेंट है, जिसके लिए कांशीराम जी और मैंने खुद अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है। इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है।
आनंद कुमार अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे
उन्होंने कहा, इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। मगर, पार्टी और मूवमेंट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (Maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।
मायावती ने पोस्ट में आगे लिखा, इनके (आकाश आनंद) पिता आनंद कुमार पार्टी और मूवमेंट में पहले की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे। बीएसपी का नेतृत्व पार्टी और मूवमेंट के हित में और बाबा साहेब डॉ। अंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग और कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।
बीते साल दिसंबर में दी थी जिम्मेदारी
बताते चलें कि बसपा मुखिया मायावती ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद सहारनपुर की रैली में आकाश को लॉन्च किया था। इसके साथ ही चुनावी राज्यों का आकाश को प्रभारी भी बनाया था।बीते साल दिसंबर में आकाश को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था।
आकाश को भारी पड़ी टिप्पणी
पिछले दिनों सीतापुर में आकाश ने बीजेपी पर हमला बोला था। उन्होंने बीजेपी सरकार की तुलना आंतकवादियों से की थी। उन्होंने कहा था कि जब बीजेपी के लोग वोट मांगने आएं तो उनके लिए जूता, चप्पल और लाठी तैयार रखिएगा।इसको लेकर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी। उनको रैली करने से रोक दिया गया था और अब मायावती ने उनको दी जिम्मेदारियां वापस ले ली हैं।
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