Thursday , May , 29 , 2025

शनि जयंती 2025 आज: शनि देव को प्रसन्न करने का सुनहरा मौका, जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और खास उपाय

शनि जयंती 2025 आज: शनि देव को प्रसन्न करने का सुनहरा मौका, जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और खास उपाय

आज का दिन शनिदेव के भक्तों के लिए बेहद खास है! 27 मई 2025 को पूरे देश में श्रद्धा और विश्वास के साथ शनि जयंती मनाई जा रही है। यह दिन न्याय के देवता और कर्मफलदाता भगवान शनि के जन्मोत्सव का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से शनि देव सभी दोषों को क्षमा कर देते हैं और जीवन में स्थिरता, न्याय और उन्नति का वरदान देते हैं। यदि आप भी शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से परेशान हैं, तो आज का दिन आपकी किस्मत बदल सकता है।


शनि जयंती 2025: पूजा का शुभ मुहूर्त

तिथि: 27 मई 2025 (मंगलवार)

वार: मंगलवार (मंगल-शनि संयोग विशेष फलदायी)

अमावस्या तिथि प्रारंभ: 26 मई रात 11:40 बजे

अमावस्या तिथि समाप्त: 27 मई रात 9:10 बजे

पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय: प्रातः 7:00 बजे से 9:30 बजे तक


शनि जयंती पर पूजा विधि

प्रातःकाल स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें।

पीपल के वृक्ष के नीचे शनिदेव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।

सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

नीले फूल, काले तिल, उड़द, लोहे का छल्ला अर्पित करें।

“ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।

शनि चालीसा और शनि स्तोत्र का पाठ करें।

गरीबों को काले कपड़े, तिल, लोहे के बर्तन और तेल का दान करें।

पीपल में जल चढ़ाकर सात बार परिक्रमा करें।


शनि जयंती के विशेष उपाय

कर्ज मुक्ति के लिए: काले तिल और गुड़ का दान करें।

राहत के लिए: शनि मंदिर में छाया पात्र (सरसों तेल से भरा पात्र) अर्पित करें।

साढ़ेसाती से मुक्ति: हनुमान जी को सिंदूर और चमेली तेल चढ़ाएं।

नौकरी या प्रमोशन के लिए: शनिदेव को काले चने, गुड़ और लोहे का दान करें।


महत्वपूर्ण जानकारी

शनि देव का जन्म ज्येष्ठ अमावस्या के दिन हुआ था।

शनि को नवग्रहों में न्यायाधीश का स्थान प्राप्त है।

इन्हें क्रूर नहीं, बल्कि न्यायप्रिय और कर्मानुसार फल देने वाला देवता माना जाता है।

Sanju Suryawanshi

Sanju Suryawanshi

sanju.surywanshi1@gmail.com

Comments

Add Comment