सप्ताह का तीसरा दिन बुधवार बुद्धि, वाणी और व्यापार के देवता भगवान गणेश को समर्पित होता है। मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से व्यक्ति को निर्णय क्षमता मिलती है, संतान सुख बढ़ता है और व्यापार में लाभ मिलता है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, बुधवार को हरे रंग का विशेष महत्व होता है। इस दिन गणेश जी को हरे फूल, दूर्वा और मूंग का भोग लगाने से विशेष फल प्राप्त होता है।
हरे वस्त्र पहनें, गणेश जी को चढ़ाएं दूर्वा और मोदक
सुबह स्नान के बाद स्वच्छ हरे वस्त्र धारण करें। पूजन स्थल को साफ कर वहां भगवान गणेश की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। गणेश जी को 21 दूर्वा, मोदक या बेसन के लड्डू, हरी मूंग, और गंध-चंदन अर्पित करें। इसके बाद धूप-दीप जलाकर "ॐ गं गणपतये नमः" मंत्र का 21 बार जप करें।
वहीं, बुध ग्रह को शांत करने के लिए "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः" मंत्र का जाप भी शुभ होता है। ज्योतिषाचार्य डॉ. रमेश दुबे कहते हैं, "जो लोग व्यापार में घाटे से जूझ रहे हैं, बुधवार को भगवान गणेश की पूजा कर हरी मूंग का दान करें, फायदा मिलेगा।"
इस दिन क्यों विशेष होती है पूजा?
धार्मिक मान्यता है कि बुध ग्रह की अशांति से व्यक्ति को मानसिक तनाव, वाणी में दोष और निर्णय में भ्रम की स्थिति बनती है। बुधवार को की गई पूजा से इन समस्याओं से राहत मिलती है। साथ ही, बुद्धि और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
व्रत रखने से भी मिलता है विशेष फल
बुधवार को व्रत रखने की परंपरा भी है। व्रतधारी इस दिन फलाहार करते हैं और दिनभर गणेश जी के मंत्रों का जाप करते हैं। शाम को पूजा के बाद व्रत कथा सुनी जाती है और जरूरतमंदों को हरे वस्त्र या मूंगदाल का दान किया जाता है।
क्या करें और क्या नहीं करें?
✅ हरे रंग के वस्त्र पहनें
❌ सफेद वस्त्र या दूध का दान न करें
✅ हरी मूंग और हरी सब्जी का दान करें
❌ वाणी में कटुता न रखें
✅ गणेश जी को दूर्वा, मोदक और तुलसी चढ़ाएं
❌ तामसिक भोजन और शराब से बचें
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