अगर आप भी प्यार की ख़ुशबू को सुरों में महसूस करना चाहते हैं, तो शाश्वत पांडेय का नया गाना "ये लो फूल" आपके दिल को छूने वाला है। भोपाल के इस युवा कलाकार ने न केवल इस रोमांटिक ट्रैक को आवाज़ दी है, बल्कि इसके लिरिक्स और संगीत भी खुद ही तैयार किए हैं। यूट्यूब पर गाना आते ही ट्रेंड में शामिल हो गया है और अब तक 10,000+ दर्शक इसे सुन चुके हैं। यह सिर्फ एक गाना नहीं, बल्कि एक एहसास है—जो शाश्वत की आवाज़ और अल्फाज़ में बहता है।
बहुआयामी टैलेंट: गायक, गीतकार और संगीतकार शाश्वत
भोपाल निवासी शाश्वत पांडेय सिर्फ गायक नहीं हैं, बल्कि गीतकार और संगीत निर्माता भी हैं। वे अपने सभी गानों की लिरिक्स और म्यूजिक कंपोजिशन खुद तैयार करते हैं। उनका मानना है कि "संगीत सिर्फ शौक नहीं, एक साधना है"—और इसी जज्बे से उन्होंने म्यूजिक को अपने पैशन से प्रोफेशन बना लिया है।
"ये लो फूल" को मिल रही जबरदस्त प्रतिक्रिया
शाश्वत का नया गाना "ये लो फूल" एक रोमांटिक नंबर है जिसे यूट्यूब, स्पॉटीफाई और अन्य म्यूजिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज किया गया है। युवाओं के बीच यह गाना इंस्टाग्राम रील्स और शॉर्ट्स में तेजी से ट्रेंड कर रहा है। गाने के बोल सीधे दिल तक पहुंचते हैं और म्यूजिक इसकी आत्मा है।
अब तक 4 गाने कर चुके हैं रिलीज
"ये लो फूल" से पहले भी शाश्वत के तीन गाने रिलीज हो चुके हैं, जो अलग-अलग थीम और जेनर में थे। शाश्वत ने हर गाने के ज़रिए अपनी रेंज, क्रिएटिविटी और मेलोडी की पकड़ साबित की है। उन्हें सोशल मीडिया पर खासा युवाओं का सपोर्ट मिल रहा है।
शाश्वत ने अपने सफर, संघर्ष और सफलता की कहानी साझा की
शाश्वत पांडेय ने न्यूज़ वर्ल्ड चैनल के डिजिटल प्लाटफॉर्म से खास बातचीत में अपने सफर, संघर्ष और सफलता की कहानी साझा की। हाल ही में रिलीज हुए उनके गाने "ये लो फूल" की जबरदस्त सफलता के बाद शाश्वत अब उन चेहरों में शामिल हो गए हैं जिनकी आवाज़ सिर्फ सुनाई नहीं देती, बल्कि दिलों में बस जाती है।
हर लिरिक्स में अपनी ज़िंदगी के रंग भरता हूं : शाश्वत
शाश्वत कहते हैं, "मेरे लिए संगीत सिर्फ एक करियर नहीं, जीने का तरीका है। मैं हर लिरिक्स में अपनी ज़िंदगी के रंग भरता हूं।" आजकल हर कोई रील्स के लिए म्यूजिक बना रहा है, लेकिन मेरा फोकस लंबे समय तक चलने वाला ऑरिजिनल कंटेंट तैयार करने पर है।" शाश्वत मानते हैं कि छोटे शहरों से निकलकर भी बड़ा सपना साकार किया जा सकता है — बस दृढ़ता, मेहनत और अलग सोच होनी चाहिए।
परिवार बना प्रेरणा का स्तंभ
उन्होंने भावुक होते हुए कहा, "जब मैंने म्यूजिक को करियर बनाने की सोची, तो सबसे पहले मेरे माता-पिता और परिवार ने मेरा साथ दिया। उनके विश्वास और हौसले के बिना यह सफर नामुमकिन था।"
हर गाना मेरी आत्मा का एक टुकड़ा : शाश्वत
अपनी बातचीत के दौरान शाश्वत ने बताया कि वे हर गीत को एक कहानी मानते हैं — "हर गाने के पीछे एक भावना है। मैं उसे जिंदा रखना चाहता हूं।" शाश्वत ने अपने फैंस और लोगों से अपील करते हुए कहा "मेरे गाने सुनें, उन्हें महसूस करें और सपोर्ट करें। हर गाना मेरी आत्मा का एक टुकड़ा है।”
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