भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के चर्चित और बेबाक प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का बुधवार को हृदयगति रुकने से निधन हो गया। दो दिनों से वे सीहोर में एक पारिवारिक विवाह समारोह में थे, जहां हल्की तबीयत खराब होने को उन्होंने मामूली समझ लिया। लेकिन इंदौर लौटने के कुछ समय बाद ही उनकी हालत बिगड़ गई और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
डॉक्टरों की सलाह टाली, एसिडिटी समझ कर खुद ही इलाज करने की कोशिश की
सुबह तबीयत खराब होने के बावजूद उन्होंने डॉक्टर की सलाह को नजरअंदाज कर दिया और एसिडिटी की दवा खा ली। इंदौर पहुंचने के बाद भी परिजन उन्हें अस्पताल ले जाना चाहते थे, लेकिन वे घर जाने की जिद पर अड़े रहे। कुछ देर बाद अचानक बेहोश हो गए। खंडवा रोड स्थित गौरव अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया।
दिलचस्प रहा राजनितिक सफऱ
राजनीतिक जीवन में नरेंद्र सलूजा का सफर दिलचस्प रहा। कांग्रेस में कमलनाथ के करीबी माने जाते थे, लेकिन बाद में बीजेपी का दामन थामा और तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विश्वासपात्र बन गए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता के रूप में सोशल मीडिया और मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बेहद सक्रिय और मुखर भूमिका निभाई।
तथ्यपरक बयान और बेबाक ट्वीट्स ने दिलाई लोकप्रियता
नरेंद्र सलूजा के ट्वीट्स खासे चर्चित रहते थे। वे कांग्रेस की आलोचना तथ्यों के आधार पर करते थे और अक्सर तीखे मगर सटीक कटाक्षों के लिए सराहे जाते थे। उनकी विश्लेषण क्षमता और विषय पर पकड़ ने उन्हें बीजेपी के एक दमदार प्रवक्ता के रूप में स्थापित किया।
नेताओं और आमजन ने जताया शोक, सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि
सलूजा के असामयिक निधन पर बीजेपी नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस सहित अन्य दलों ने भी गहरा दुख जताया है। सोशल मीडिया पर हजारों लोग उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सिख समाज से लेकर राजनीतिक हलकों तक, हर जगह उनकी सादगी, कर्मठता और बेबाकी की चर्चा हो रही है।
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