भोपाल की कलियासोत नदी अब सालभर बहेगी। जल-संसाधन विभाग ने नदी में तीन नए स्टॉप डैम बनाने की योजना तैयार की है, जिससे नदी में 30 लाख घनमीटर पानी जमा होगा और 8 किलोमीटर तक पूरे साल जल प्रवाह बना रहेगा। इस परियोजना को अहमदाबाद की साबरमती रिवरफ्रंट की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है।
कहां-कहां बनेंगे स्टॉप डैम?
➡️ सर्वधर्म पुल के पास – करीब 2.5 किमी की दूरी तक पानी रुकेगा।
➡️ जेके अस्पताल और दानिश कुंज ब्रिज के बीच – 2 किमी क्षेत्र में जलधारण होगा।
➡️ सलैया ब्रिज से आगे – मौजूदा ब्रिज डूबेगा, नया बनाना पड़ेगा।
कलियासोत नदी की मौजूदा स्थिति
➡️ कुल लंबाई: 36 किमी
➡️ भोपाल शहर से होकर बहाव: 17 किमी (भोजपुर से मिसरोद)
➡️ निजी ज़मीन: करीब 8000 एकड़ नदी के किनारे
➡️ नदी मिलती है: भोजपुर के पास बेतवा नदी में
सबसे बड़ी चुनौती: गंदा पानी और अवैध निर्माण
1100 अवैध निर्माण नदी क्षेत्र व बफर ज़ोन में हैं, जिन्हें हटाना होगा। शाहपुरा, टीटी नगर, मैनिट, चूनाभट्टी, मंडीदीप जैसे इलाकों से सीवेज और औद्योगिक कचरा सीधे नदी में मिल रहा है। मिसरोद और आसपास की आबादी का गंदा पानी भी नदी में जा रहा है।
क्या होंगे फायदे?
✅ पूरे साल नदी में जल प्रवाह
✅ पेयजल और कृषि के लिए उपयोगी
✅ पर्यावरणीय सुधार और जैव विविधता को बढ़ावा
✅ रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के रास्ते खुलेंगे
✅ पर्यटन और सौंदर्यीकरण की संभावना
आगे की योजना
स्टॉप डैम बनने से नदी को फिर से जीवित किया जा सकेगा। सर्वे कार्य जारी है, निर्माण कार्य जल्द शुरू हो सकता है। साबरमती मॉडल पर घाट, हरियाली, पैदल मार्ग और लाइटिंग का प्रस्ताव भी संभावित।
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