भोपाल। मानसून कैलेंडर में जून की शुरुआत हो चुकी है लेकिन मध्यप्रदेश अब भी मानसून की बाट जोह रहा है। मुंबई के बाद मानसून की चाल जैसे थम गई हो — वह इस समय अहिल्यानगर और आदिलाबाद के आसपास अटका पड़ा है। विशेषज्ञों की मानें तो कोई मजबूत सिस्टम सक्रिय नहीं होने के चलते प्री-मानसून एक्टिविटी में भी ठहराव आ गया है। हालांकि अरब सागर से आती नमी जरूर थोड़ी राहत दे रही है — जिससे दोपहर बाद गरज-चमक और बौछारों की संभावना बन रही है।
प्रदेश में गर्मी ढीली, लेकिन उमस ने बढ़ाई परेशानी
बारिश की तीव्रता में थोड़ी गिरावट जरूर आई है, लेकिन वातावरण में नमी की अधिकता के कारण आंशिक बादल बने हुए हैं। इससे अधिकतम तापमान 40°C से नीचे बना हुआ है, जिससे भीषण गर्मी से थोड़ी राहत है। लेकिन धूप के साथ मिलकर नमी असहनीय उमस का कारण बन रही है।
रविवार को सतना में 11 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि ग्वालियर, शिवपुरी, खजुराहो और नौगांव को छोड़कर अन्य जिलों में तापमान सामान्य रहा।
इन 35+ जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट, जानिए आपका जिला भी शामिल है या नहीं
मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों के लिए इन जिलों में बारिश, गरज-चमक और आंधी का अलर्ट जारी किया है: भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सागर, रायसेन, सीहोर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया और शिवपुरी
मानसून की एंट्री 7 से 10 जून के बीच
मौसम विज्ञानी वीएस यादव ने बताया कि इस समय ऊपरी हवा के दो चक्रवात सक्रिय हैं—एक मध्य पाकिस्तान और दूसरा हरियाणा के ऊपर। हरियाणा से उत्तरी राजस्थान तक ट्रफ लाइन भी बनी हुई है। अरब सागर से लगातार नमी आ रही है, जिससे आगामी दिनों में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, 7 जून से 10 जून के बीच मानसून मध्यप्रदेश में दस्तक दे सकता है। तब तक प्रदेश को उमस और हल्की गर्मी से ही जूझना पड़ेगा। ग्वालियर-चंबल अंचल इस बार भी सबसे ज्यादा गर्म रह सकता है।
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