भोपाल। मध्यप्रदेश में गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज तूफान ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बीते 24 घंटे में प्रदेश के अधिकांश संभागों — भोपाल, इंदौर, जबलपुर, शहडोल, सागर, उज्जैन, ग्वालियर और रीवा — में तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश हुई। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
सोमवार को सबसे अधिक तापमान खजुराहो में 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि राजगढ़ में सबसे कम 20 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा।
तूफान से फलदार पेड़ों को भारी नुकसान
बेमौसम बारिश और तेज आंधी का सीधा असर फलों की फसल पर पड़ा है। विशेषकर आम और जामुन के 50% तक फल तेज हवाओं से झड़ गए हैं। सबसे ज्यादा नुकसान छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों में हुआ है। यह मौसम परिवर्तन किसानों के लिए आर्थिक संकट का कारण बन सकता है।
ओलावृष्टि और तेज हवा का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मंगलवार को छिंदवाड़ा, सिवनी और पांढुर्णा जिलों में 50 किमी/घंटे से अधिक रफ्तार की हवाएं चल सकती हैं और ओलावृष्टि भी हो सकती है।
आज इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने मंगलवार, 14 मई को निम्नलिखित जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी दी है:
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, आलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, अनूपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर
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