भोपाल। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल और गांवों तक सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल की गई है। अब मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टर से इलाज कराने के लिए शहर की ओर भागने की जरूरत नहीं। हमीदिया अस्पताल में शुरू हुआ टेलीमेडिसिन हब अब ग्रामीण क्षेत्रों को सीधे स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जोड़ रहा है। यह तकनीकी क्रांति गांव के सामान्य पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र) को मिनी सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में बदल देगी।
उपमुख्यमंत्री ने किया टेलीमेडिसिन हब रूम का उद्घाटन
राज्य के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने इस अत्याधुनिक टेलीमेडिसिन हब का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि पहले चरण में प्रदेश के 43 पीएचसी इस डिजिटल हेल्थ सिस्टम से जोड़े गए हैं। "इससे न केवल ग्रामीणों को लाभ मिलेगा, बल्कि शहरों के अस्पतालों पर बोझ भी कम होगा," – राजेन्द्र शुक्ला
कैसे काम करेगा टेलीमेडिसिन हब?
➡️ टेली कंसलटेशन के लिए डॉक्टरों को 50 रुपए की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
➡️ मरीज की रिपोर्ट को स्कैन कर सीधे भोपाल के विशेषज्ञ डॉक्टरों को भेजा जाएगा।
➡️ डॉक्टर रिपोर्ट देखकर कंप्यूटर स्क्रीन पर दवा की पर्ची तैयार करेंगे।
➡️ पर्ची सीधे पीएचसी में प्रिंट होकर निकल जाएगी और वहीं से दवा भी मिल जाएगी।
➡️ यह सेवा ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से पहले से ही प्रारंभ है, जिससे मरीज घर बैठे मुफ्त सलाह ले सकते हैं।
आयुर्वेद अस्पताल भी होगा हाईटेक: CCTV से लैस होगा पं. खुशीलाल शर्मा संस्थान
स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटल विस्तार के साथ आयुर्वेद को भी आधुनिक रूप दिया जा रहा है। पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद अस्पताल एवं कॉलेज में अब सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यह निर्णय संस्थान की कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता संभागायुक्त संजीव सिंह ने की।
बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय
➡️ अस्पताल की सुरक्षा के लिए CCTV प्राथमिकता में
➡️ संस्थान में इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स निर्माण का प्रस्ताव
➡️ प्रयोगशालाओं के लिए आधुनिक उपकरण एवं पुस्तकें
➡️बीएससी नर्सिंग कोर्स 2025-26 से शुरू करने की तैयारी
➡️अतिथि प्राध्यापकों और कर्मचारियों की वेतनवृद्धि और अनुकंपा नियुक्ति के प्रस्ताव
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