भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी 31 मई को एक अद्भुत दृश्य की साक्षी बनेगी, जब भोपाल के जंबूरी मैदान में दो लाख महिलाएं जुटेंगी—एक ही उद्देश्य के लिए: महिला सशक्तिकरण का उत्सव मनाना। इस आयोजन को नाम दिया गया है – ‘देवी अहिल्याबाई महिला महाशक्ति महासम्मेलन’ और इसे संबोधित करेंगे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। यह अवसर ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम का पहला महिला केंद्रित कार्यक्रम भी होगा।
इन चार संभागों से आएंगी बहनें
भोपाल, इंदौर, उज्जैन और सागर संभाग से जुड़ी महिलाएं इस सम्मेलन की मुख्य प्रतिभागी होंगी। कार्यक्रम की समयसीमा और दूरी को ध्यान में रखते हुए रीवा, शहडोल और जबलपुर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों से सीमित संख्या में महिलाएं बुलाई जाएंगी। स्व-सहायता समूहों की लखपति दीदी, ड्रोन दीदी और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रही महिलाएं भी सम्मेलन की शोभा बढ़ाएंगी।
11 बजे पहुंचेगें पीएम, डेढ़ घंटे रहेंगे सम्मेलन में
प्रधानमंत्री मोदी सुबह करीब 11 बजे भोपाल पहुंचेंगे और करीब डेढ़ घंटे तक सम्मेलन में उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम को सुव्यवस्थित रखने के लिए महिलाओं की आमद को नजदीकी जिलों तक सीमित किया गया है, जिससे आवागमन में परेशानी न हो।
प्रेरणा के प्रतीक होंगे मंच पर कटआउट
सम्मेलन स्थल पर देवी अहिल्याबाई होल्कर, कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की वर्दी में प्रधानमंत्री मोदी के विशेष कटआउट लगाए जाएंगे। यह प्रतीक होंगे उस नारी शक्ति के, जो देश की रक्षा, नेतृत्व और विकास में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
वर्चुअल उद्घाटन और भूमिपूजन भी इसी मंच से
भोपाल सम्मेलन के मंच से ही प्रधानमंत्री दतिया और सतना एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। साथ ही इंदौर मेट्रो के लोकार्पण और अन्य विकास परियोजनाओं का भी वर्चुअल भूमिपूजन किया जाएगा।
मंत्रीगण भी अपने-अपने क्षेत्रों में इन आयोजनों में मौजूद रहेंगे, जिनमें कैलाश विजयवर्गीय (इंदौर), राजेन्द्र शुक्ला (सतना), एदल सिंह कंसाना (दतिया) और तुलसी सिलावट व गौतम टेटवाल (उज्जैन) शामिल हैं।
महिला शक्ति संभालेगी आयोजन की कमान
इस ऐतिहासिक आयोजन की कमान पूरी तरह महिलाओं को सौंपी गई है। बीजेपी ने 7 महिला नेताओं का कोर ग्रुप गठित किया है, जिसमें सांसद माया नारोलिया, मंत्री कृष्णा गौर, महापौर मालती राय, और प्रवक्ता नेहा बग्गा जैसी प्रमुख नाम शामिल हैं।
इसके अलावा आयोजन की व्यवस्थाओं के लिए 200 महिला टीम लीडर्स तैनात की गई हैं, जिन्हें 14 अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं— मंच, भोजन, पानी, ट्रैफिक, सुरक्षा, स्वागत, ग्रीन रूम आदि की समुचित व्यवस्था की जाएगी।
महाशक्ति का जयघोष होगा 31 मई को भोपाल में
यह सम्मेलन न केवल महिला सशक्तिकरण का प्रतीक होगा, बल्कि यह भी दर्शाएगा कि राजनीति, प्रशासन और समाज की मुख्यधारा में नारी शक्ति अब निर्णायक भूमिका निभा रही है। भोपाल तैयार है इतिहास रचने को — जब लाखों बहनें एक स्वर में गूंजेंगी: "शक्ति, सम्मान और समर्पण का उत्सव यही है!"
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