भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस एक बार फिर चिंता बढ़ा रहा है। इस साल की चौथी मौत एक गर्भवती महिला की हुई है, जिसकी पुष्टि केंद्र सरकार के कोविड-19 डेशबोर्ड पर की गई है। मृतक महिला मंडला जिले के नारायणगंज की निवासी थी और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में डिलीवरी के लिए भर्ती कराई गई थी, जहां रविवार रात उसकी कोरोना से मौत हो गई।
अब तक चार मौतें, 200 केस, पर आंकड़े अस्पष्ट
➡️ राज्य में इस साल अब तक 4 मौतें कोरोना संक्रमण से हो चुकी हैं — इंदौर, रतलाम, खरगोन और अब मंडला की यह महिला।
➡️ रविवार 15 जून को 4 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे वर्ष 2025 में संक्रमितों की कुल संख्या 200 हो गई।
➡️ इनमें से 134 एक्टिव केस हैं, 62 लोग रिकवर हो चुके हैं।
जिलावार जानकारी नहीं, स्वास्थ्य विभाग चुप!
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मध्यप्रदेश का स्वास्थ्य विभाग अब जिलावार हेल्थ बुलेटिन जारी नहीं कर रहा। IDSP (इंटिग्रेटेड डिजीज सर्विलेंस प्रोग्राम) द्वारा यह पहली बार हुआ है कि जिलेवार कोरोना डेटा सार्वजनिक नहीं किया जा रहा, जबकि कई अन्य राज्यों में रोजाना हेल्थ बुलेटिन जारी किया जा रहा है। भोपाल और इंदौर के सीएमएचओ अधिकारियों ने भी स्पष्ट किया है कि "हमारे जिलों में मौत दर्ज नहीं हुई", जिससे स्थिति और ज्यादा उलझ गई है।
तीन पुरानी मौतें, जानिए कब और कैसे हुईं:
रतलाम (11 जून):
52 वर्षीय महिला
बीमारियाँ: टीबी, ब्रोंकाइटिस, हाई बीपी
मृत्यु स्थल: इंदौर (इलाज के दौरान)
खरगोन (6 जून):
44 वर्षीय महिला
हाल ही में डिलीवरी हुई थी
मृत्यु स्थल: एमआरटीबी अस्पताल, इंदौर
इंदौर (27 अप्रैल):
74 वर्षीय महिला
बीमारी: किडनी डिसऑर्डर
मृत्यु स्थल: अरबिंदो अस्पताल
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही केस अभी सीमित हैं, लेकिन जांच और रिपोर्टिंग में पारदर्शिता नहीं होने से खतरा बढ़ सकता है। जनता को सतर्क रहने, मास्क पहनने और समय पर वैक्सीनेशन करवाने की सलाह दी गई है।
Comments
Add Comment