भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को पने निवास से सागर जिले के ग्राम रजाखेड़ी बजरिया में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में वर्चुअली शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम समाज में समरसता, एकता और मितव्ययिता का उत्कृष्ट उदाहरण है। एक ही मंडप में कई जोड़ों का विवाह होना सामाजिक चेतना और बदलती सोच का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन में कुल 1,119 जोड़ों का एक ही मंडप में विवाह संपन्न कराया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नवविवाहित जोड़ों के सुखद वैवाहिक जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि अब सामूहिक विवाह समाज की ओर से सहजता से अपनाए जा रहे हैं, जो यह दर्शाता है कि हमारे समाज की मानसिकता में सकारात्मक परिवर्तन हो रहा है। यह बेहद प्रशंसनीय और अनुकरणीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के वैवाहिक आयोजनों से वर-वधू दोनों ही पक्षों का आर्थिक बोझ कम हो जाता है और इससे सामाजिक एकता को भी बल मिलता है। मुख्यमंत्री ने सभी से इसी प्रगतिशील सोच को अपनाने और समाज में सद्भाव, सहयोग एवं सादगी को प्रोत्साहित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से अब तक लाखों जोड़ों का विवाह कराया जा चुका है। यह योजना जरूरतमंद परिवारों के लिए एक वरदान की तरह है।
बेटियों के हित में पूरी सरकार साथ है: वीडी शर्मा
खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि समाज के जरूरतमंद परिवारों की बेटियों के विवाह का जिम्मा अब सरकार ने ले लिया है। बेटियों के हित में पूरी सरकार साथ है। मध्यप्रदेश सरकार ने देश में एक मिसाल पेश की है। यहां धन के में किसी गरीब परिवार को अपनी बेटी के विवाह के लिए कर्ज नहीं लेना पड़ता। यहां सरकार कन्यादान योजना में अपने खर्च पर बेटियों का विवाह कराती है।
मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह एक महत्वाकांक्षी योजना: राजेंद्र शुक्ल
कार्यक्रम स्थल से उपमुख्यमंत्री एवं सागर जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना एक महत्वाकांक्षी योजना है। इससे समाज में व्यापक स्तर पर बदलाव देखने को मिला है। सभी जोड़ों के खाते में योजना में कुल 6 करोड़ 37 लाख रुपए की धनराशि हस्तांतरित की जा रही है।
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