नई दिल्ली। “क्या फिर से मास्क पहनना होगा?” ये सवाल एक बार फिर लोगों के जहन में उठ रहा है। कारण साफ है — कोरोना की रफ्तार ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। पिछले सिर्फ 10 दिनों में कोविड-19 के एक्टिव केस 257 से बढ़कर 3700 के पार पहुंच गए हैं। यह बढ़ोतरी 1200% से ज्यादा की है, जो न केवल चिंताजनक है बल्कि आने वाले दिनों में प्रशासनिक सख्ती का संकेत भी देती है।
10 दिन में चौकाने वाला उछाल, 2 मौतें भी दर्ज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार:
22 मई 2025: एक्टिव केस – 257
26 मई 2025: एक्टिव केस – 1010
01 जून 2025: एक्टिव केस – 3758
पिछले 24 घंटे में: 363 नए केस, 2 मौतें
केंद्र की चेतावनी: पब्लिक प्लेसेस पर लौट सकते हैं कोविड प्रोटोकॉल
स्वास्थ्य मंत्रालय ने तेज़ी से बढ़ते मामलों को लेकर संभावित सख्ती की चेतावनी दी है। अस्पतालों, सार्वजनिक स्थानों और संवेदनशील क्षेत्रों में फिर से मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन जैसे नियम लागू किए जा सकते हैं।
किन राज्यों में ज्यादा केस?
केरल: 1400 एक्टिव केस
महाराष्ट्र: 485 एक्टिव केस
दिल्ली: 436 एक्टिव केस
गुजरात, तमिलनाडु: बढ़ते मामले
हालांकि, अधिकतर मामलों में लक्षण हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता कम है।
क्यों बढ़ रहे हैं केस?
कोविड की इस लहर के पीछे ओमिक्रॉन वेरिएंट के नए सब-वेरिएंट्स की भूमिका है। प्रमुख नाम:
JN.1 (पिरोला वेरिएंट) – BA.2.86 की शाखा
LF.7 और NB1.8 – तेज़ी से फैलने वाले रूप
ये वेरिएंट शरीर की मौजूदा इम्यूनिटी को चकमा देने में सक्षम हैं। हालांकि इनके लक्षण अभी भी ओमिक्रॉन जैसे ही हैं – बुखार, गले में खराश, थकान, खांसी।
क्या करें आप?
✅ सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें
✅ हाथों को बार-बार धोएं या सैनिटाइज करें
✅ भीड़भाड़ से बचें, खासकर बुजुर्ग और बीमार लोग
✅ लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं
✅ वैक्सीनेशन अपडेट रखें
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