नई दिल्ली। एक ऐसी रात, जो इतिहास में दर्ज हो गई। जब पूरा देश सो रहा था, तभी भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकवाद के अड्डों पर ऐसी चोट की, जिससे न केवल आतंक के रीढ़ को तोड़ा गया, बल्कि पूरी दुनिया को भारत की सैन्य शक्ति और इरादों का अहसास भी हो गया। रात 1:05 से 1:30 बजे तक चले "ऑपरेशन सिंदूर" में नौ बड़े आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में की गई थी, जिसमें 28 नागरिक मारे गए थे।
पहली बार दो महिला अफसरों ने किया बड़ा खुलासा
सेना के इतिहास में पहली बार किसी सैन्य प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो महिला अधिकारियों – कर्नल सोफिया कुरैशी (भारतीय सेना) और विंग कमांडर व्योमिका सिंह (वायुसेना) – ने सामने आकर पूरे ऑपरेशन की रणनीति और सफलता को देश के सामने रखा। साथ में मौजूद थे विदेश सचिव विक्रम मिस्री, जिन्होंने कार्रवाई की अंतरराष्ट्रीय और रणनीतिक पृष्ठभूमि बताई।
स्ट्राइक से पहले चला दो मिनट का खौफनाक वीडियो
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत दो मिनट के उस वीडियो से हुई, जिसमें 2001 के संसद हमले से लेकर 26/11, उरी, पुलवामा और हालिया पहलगाम हमले की झलक दिखाई गई। यह वीडियो न केवल आतंक की भयावहता दिखा रहा था, बल्कि भारत के सब्र की सीमा भी बयां कर रहा था।
कहां-कहां हुई कार्रवाई? जानिए 9 टारगेट
कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका ने बताया कि ये ऑपरेशन केवल आतंकी लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर और हथियार डिपो पर केंद्रित था।
मुख्य टारगेट
➡️ सवाई नाला, मुजफ्फराबाद – लश्कर का बड़ा ट्रेनिंग कैंप
➡️ सैयदना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद – हथियार व जंगल सर्वाइवल ट्रेनिंग
➡️ कोटली गुरपुर कैंप – 2023 पुंछ हमले से जुड़ा
➡️ बरनाला कैंप, भिम्बर – हथियार संचालन केंद्र
➡️ अब्बास कैंप, कोटली – फिदायीन ट्रेनिंग सेंटर (LOC से 13 किमी दूरी पर)
विदेश सचिव बोले – “न्याय हुआ, कार्रवाई ज़रूरी थी”
विक्रम मिस्री ने कहा, “22 अप्रैल को हुआ पहलगाम हमला कायरतापूर्ण था। इसे सांप्रदायिक तनाव फैलाने और कश्मीर की तरक्की रोकने के इरादे से किया गया।” उन्होंने कहा कि हमलावर संगठन TRF, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है और पाकिस्तान में इसकी संरचना उजागर हो चुकी है। पाकिस्तान एक आतंकवादी शरणगाह बन चुका है, जहां से बार-बार भारत में हमलों की साजिशें रची जाती हैं।
“सिर्फ आतंकियों को निशाना बनाया गया”
दोनों महिला अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई नपी-तुली और गैर-विवादित थी। पाकिस्तानी सेना या नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। यह सिर्फ और सिर्फ उन आतंकी ठिकानों के खिलाफ था जो भविष्य में भारत पर और हमले की योजना बना रहे थे।
दुनिया की नजरें भारत पर
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया का दौर शुरू हो गया है। संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों ने भारत की स्थिति को समझते हुए संयम बरतने की अपील की है। वहीं पाकिस्तान ने इसे “युद्ध की कार्रवाई” बताते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है।
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