नई दिल्ली। "अगर आग लगानी है तो खुद भी जलने को तैयार रहो" – भारत ने पाकिस्तान को यही संदेश दिया है। 7-8 मई की रात शुरू हुई ड्रोन और मिसाइलों की बौछार को भारत ने न सिर्फ नाकाम किया, बल्कि जवाब में ऐसा पलटवार किया कि पाकिस्तान की सैन्य रणनीति की नींव हिल गई। अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक करने जा रहे हैं, जिससे साफ है कि हालात बेहद गंभीर हैं।
पाकिस्तान की कायराना हरकत: लगातार दो दिन ड्रोन से हमले
गुरुवार रात को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाने की कोशिश की। जम्मू एयरपोर्ट, पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन, श्रीनगर, भटिंडा, जालंधर, नाल और भुज जैसे संवेदनशील ठिकानों पर सुसाइड ड्रोन दागे गए।
भारत का पलटवार: S-400 और हार्पी ड्रोन से तबाही
भारत ने रूस से मिले S-400 डिफेंस सिस्टम से इन हमलों को विफल किया। 8 मई की सुबह भारत ने इजरायली हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया। सूत्रों के मुताबिक लाहौर और आसपास के कई सैन्य ठिकानों पर भारत की जवाबी कार्रवाई हुई।
LoC और IB पर भारत की एयर डिफेंस की ‘शक्ति प्रदर्शन’
पुंछ, अखनूर, सांबा, नगरोटा और पठानकोट जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयों ने ऑपरेशन चलाकर पाकिस्तान के 50 से ज्यादा ड्रोन ढेर किए।
सेना का बयान: “हम तैयार हैं, जवाब हर कीमत पर दिया जाएगा”
भारतीय सेना ने आधिकारिक बयान में कहा है कि पाकिस्तान की ओर से की गई हर कोशिश का माकूल जवाब दिया गया है। भारत अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करेगा और देश की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।
क्या आगे और बढ़ेगा तनाव?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह थोड़ी देर में तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ आपात बैठक करने वाले हैं। यह बैठक तय करेगी कि आने वाले कदम कितने सख्त और निर्णायक होंगे।
Comments
Add Comment