नई दिल्ली। जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम से आतंक के अड्डों पर रातोंरात कहर बरपाया, तो धमाके सिर्फ बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में नहीं गूंजे—उनकी आवाज़ वॉशिंगटन, लंदन और न्यूयॉर्क तक पहुंची। पहलगाम में 28 निर्दोष पर्यटकों की मौत के बाद भारत ने PoK और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर दुनिया को दिखा दिया कि अब ‘चुप्पी’ जवाब नहीं, ‘कार्रवाई’ है। दुनिया भले शांति की अपील कर रही हो, लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया है: अब हम सहेंगे नहीं।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मचा हड़कंप, भारत की कार्रवाई पर नेताओं की प्रतिक्रियाएं
भारत द्वारा 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई सैन्य कार्रवाई अब सिर्फ उपमहाद्वीप का मुद्दा नहीं रह गई है—इसने वैश्विक राजनीति में भूकंप ला दिया है। नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों पर हमला कर भारत ने साफ कर दिया है कि आतंकी गतिविधियों को अब 'सीमा पार' से नहीं देखा जाएगा।
???????? ट्रंप बोले - “यह शर्मनाक है”, तनाव घटाने की अपील
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऑपरेशन सिंदूर को “शर्मनाक” बताते हुए कहा कि उन्हें पहले से आशंका थी कि कुछ बड़ा होने वाला है। उन्होंने दोनों देशों से तनाव कम करने और स्थिति को जल्दी सामान्य करने की अपील की।
अमेरिकी विदेश मंत्री का बड़ा बयान: भारत के साथ आतंक पर खड़ा है अमेरिका
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत के NSA अजीत डोभाल से बात कर ऑपरेशन की जानकारी ली। उन्होंने आतंक के खिलाफ भारत के साथ खड़े होने की बात कही, लेकिन साथ ही भारत और पाकिस्तान दोनों से संयम बरतने और संवाद की अपील की।
???????? संयुक्त राष्ट्र की चिंता: महासचिव ने कहा – “दुनिया सैन्य टकराव नहीं झेल सकती”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने नियंत्रण रेखा पार की गई सैन्य कार्रवाई को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने दोनों देशों से अधिकतम संयम बरतने की अपील की और कहा कि क्षेत्रीय तनाव से वैश्विक स्थिरता खतरे में पड़ सकती है।
???????? पाकिस्तान का आरोप – “मस्जिदों को भी नहीं छोड़ा गया”
पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ऑपरेशन सिंदूर को “युद्ध की कार्रवाई” बताते हुए दावा किया कि इसमें नागरिक क्षेत्रों और मस्जिदों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जवाब देना शुरू कर दिया है और यह संघर्ष एकतरफा नहीं रहेगा।
???????? ब्रिटेन और यूरोपीय देशों की अपील – “संयम और संवाद जरूरी”
ब्रिटिश विदेश कार्यालय और यूरोपीय यूनियन ने भी बयान जारी कर भारत-पाकिस्तान से “शांति बनाए रखने” और स्थिति को कूटनीति के जरिए सुलझाने की बात कही है।
???????? भारत का स्पष्ट रुख – “सटीक, संयमित और आतंकी ठिकानों तक सीमित कार्रवाई”
भारत के रक्षा मंत्रालय ने ऑपरेशन को “सटीक, संयमित और गैर-वृद्धिकारी” बताया है। बयान में साफ किया गया कि पाकिस्तान की किसी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “ये न्याय की शुरुआत है, जवाब की नहीं।”
???? विशेषज्ञों की राय: भारत ने बदला सैन्य सिद्धांत, आतंक के खिलाफ ‘नई रेड लाइन’
सुरक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि भारत की बदली हुई रणनीति का संकेत है। अब ‘आतंकी हमला = सैन्य कार्रवाई’ भारत का नया संदेश बन चुका है।
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