भोपाल। उत्तर प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के चल रहे सर्वे के दौरान मध्य प्रदेश में भी गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को तलाशा जा रहा है। कई मामले सामने आए हैं और इन गैर पंजीकृत मदरसों में बिहार सहित दूसरे राज्यों के बच्चे भी मिले है। इसके बाद सरकार की मदरसों पर पैनी नजर है।
सूात्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों राज्य बाल अधिकार आयोग के दल ने कुछ मदरसों का मौका मुआयना किया तो कई मदरसों के गैर पंजीकृत होने की बात सामने आई है, इतना ही नहीं इन मदरसों में सरकार द्वारा शिक्षा के अधिकार के तहत तय किए गए मापदंडों को पूरा न करने का भी खुलासा हुआ। इतना ही नहीं इन मदरसों में बिहार के बच्चे भी मिले। इसके बाद आयोग की नजर गैर पंजीकृत मदरसों पर है।
राज्य में इस तरह की शिकायतें सामने आई है कि राजधानी सहित कई अन्य स्थानों पर गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का कुछ लोगों द्वारा संचालन किया जा रहा है। इन स्थानों पर न तो नियमों का पालन किया जा रहा है और न ही बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल पा रही है।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य बृजेश चौहान ने बताया है कि निरीक्षण के दौरान कई मदरसों में नियमों का पालन न किए जाने और बाहरी बच्चों के पाए जाने की पुष्टि हुई है। साथ ही उन्होंने कहा कि आयोग चाहता है कि मदरसे पंजीकृत हों, शिक्षा का अधिकार प्रत्येक बच्चे को मिले, सु²ढ़ व्यवस्था के साथ बच्चों को धार्मिक शिक्षा के साथ उन्हें षिक्षा के अधिकार का लाभ मिले।
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